31+ झूठ पर शायरी | New Jhooth Shayari In hindi
Jhooth Shayari In Hindi: दोस्तों आज हम लेकर आये हैं झूठ पर शायरी, झूठ जिसे हर कोई ज़िन्दगी में कभी न कभी बोलता है लेकिन झूठ ज्यादा देर टिक नहीं पाता कभी न कभी सच सामने आ ही जाता है। आजकल झूठ की बुनियाद पर प्यार रिश्ते चलाते हैं लोग और जब सच्च सामने आता है तो फिर टूट जाया करते हैं। इस लिए बेहतर यही है के झूठ से जितना बच सको बचना चाहिए क्योंकि झूठ ज़िन्दगी भर नहीं टिक पाता।
दोस्तों ऐसे ही झूठ पर और झूठे लोगों पर शायरी हम आपके सामने पेश कर रहे हैं।
Jhuth / Jhooth Shayari In Hindi
तेरी बताई बात को मैं तेरी आँखों से जान लेता हूँ लेकिन फिर भी मैं तेरे झूठ को सच्च मान लेता हूँ
Teri batayi baat ko main teri aankhon se jan leta hu Lekin fir bhi main tere jhooth ko sach maan leta hu
तेरी आँखों से तेरा झूठ दिखाई दे जाता है पर हम तुझे खोने के डर से उसे सच्च मानते हैं
Teri aankhon se tera jhooth dikhayi de jata hai Par hum tujhe khone ke darr se usey sach mante hai
दीदी का फोन आ गया यह बोलकर कॉल काट देती थी वो हर बार खुद झूठ बोलकर मुझे डांट देती थी
Didi ka phone aa gaya yeh bolkar call kaat deti thi Woh har baar khud jhooth bolkar mujhe daant deti thi
तू बोलती है झूठ मैं यह भी जानता था पर तेरी झूठ बात को भी सच्च मानता था कुछ ऐसे करके मैं तुमसे रिश्ता निभाता था क्योंकि मैं तुझे कभी खोना नहीं चाहता था
Tu bolti hai jhooth main yeh bhi janta tha Par teri jhke oth baat ko bhi sach manta tha Kuch aise karke main tumse rishta nibhata tha Kyunki main tujhe kabhi khona nahi chahta tha
वो झूठ बोलता था इतनी मासूमियत से हम ना चाहते भी ऐतबार कर बैठते थे
Woh jhooth bolta tha itni masumiyat se Hum naa chahte bhi aitbaar kar bethte the
झूठ पर चलते हैं प्यार के रिश्ते सच्च सामने आते ही टूट जाते हैं
Jhooth par chalate hai pyar ke rishte Sach samne aate hi toot jate hai
झूठ की बुनियाद पर चल रही थी ज़िन्दगी उसने सच्च बोलकर हमें तोड़ दिया
Jhooth ki buniyad par chal rahi thi zindagi Usne sachh bolkar hume todd diya
उसका झूठा प्यार भी अच्छा लगता था उसके मुहँ से निकला झूठ भी हमें सच्चा लगता था
Uska jhootha pyar bhi achha lagta tha Uske mooh se nikla jhooth bhi hume sacha lagta tha
वो बेवफा है यह सच्च मैं पहले से जान गया था लेकिन उसने आकर झूठ बोला और मैं मान गया था
Woh bewafa hai yeh sach main pehle se jan gaya tha Lekin usne aakar jhooth bola aur main maan gaya tha
हम झूठ की बुनियाद पर रिश्ते नहीं बनाते शायद इसलिए आजतक अकेले है
Hum jhooth ki buniyad par rishte nahi banate Shayad isliye aajtak akele hai
Jhooth Shayari 2 Line | झूठ पर शायरी
झूठ और फरेब का जाल बिछाया जाएगा उस जाल में लड़की को फंसाया जाएगा करके शर्मसार पाक इश्क़ के नाम को वैलेंटाइन का त्यौहार मनाया जाएगा
Jhooth aur fareb ka jaal bichhaye jayega Us jaal mein ladki ko fasaya jayega Karke sharmsar pak ishq ke naam ko Valentine ka tyohaar manaya jayega
कौन कहता है के झूठ के पाउँ नहीं होते हमने झूठ के सहारे रिश्ते चलते देखे हैं
Kon kehta hai ke jhooth ke paon nahi hote Humne jhooth ke sahare rishte chalte dekhe hai
झूठ बोलकर लोग शर्मिंदा नहीं होते आजकल झूठ बोलकर बेगुनाह को गुनाहगार बता देते हैं
Jhooth bolkar logg sharminda nahi hote aajkal Jhooth bolkar begunah ko gunahgar bataa dete hai
वो कहता था के मुझे नफरत है झूठे लोगों से पता नहीं कैसे रहता होगा आजकल वो खुद के साथ
Woh kehta tha ke mujhe nafrat hai jhoothe logo se Pata nahi kaise rehta hoga aajkal woh khud ke saath
वो हर बार कोई झूठी कहानी बनाता था अंत में हम उसके सच्च पर भी भरोसा ना कर पाए
Woh har baar koi jhoothi kahani banata tha Ant mein hum uske sach par bhi bharosa naa kar paya
दिल को हर बार संभाल लेता हूँ वो आएगी यह झूठ बोल अब कमाल लेता हूँ
Dil ko har baar sambhal leta hu Woh aayegi yeh jhooth bol ab kamaal leta hu
मैं सुन्ना चाहता था सच्च वो हर बार झूठ सुना देता था वो जब कभी सच्च भी बोलता था तो मैं उसे भी झूठ बता देता था
Main sunna chahta tha sach Woh har baar jhooth suna deta tha Woh jab kabhi sach bhi bolta tha Toh main usey bhi jhooth bataa deta tha
झूठ की राह पर चल कर पाया था जिसे वो झूठा प्यार करके चला गया
Jhooth ki raah par chal kar paya tha jise Woh jhootha pyar karke chala gaya
झूठ फरेब शायरी – झूठ शायरी
उसके लफ़्ज़ों में बहुत दर्द होता था ऐसा लगता था जैसे वो दिल से रोता था उसकी बताई बातों पर हमें भी भरोसा होता था मगर उसका बताया एक लफ्ज़ भी सच्च ना होता था
Uske lafzon mein bahut dard hota tha Aisa lagta tha jaise woh dil se rota tha Uski batayi baato par hume bhi bharosa hota tha Magar uska bataya ek lafaz bhi sach naa hota tha
पानी उसकी आँखों मे भी भर आया था जब वो मुझे अलविदा कहने आया था वो रहेगा मेरे बिना हमेशा खुश जाते वक्त यह झूठ उसने मुझे सुनाया था
PaaNi uski aankhon mein bhi bhar aaya tha Jab woh mujhe alvida kehne aaya tha Woh rahega mere bina humesha khush Jate waqt yeh jhooth usne mujhe sunaya tha
सुना है झूठा आदमी अपनी नज़रें झुका कर झूठ बोलता है वो हमसे बात करते हुए कभी नज़रें नही मिलाया करती थी
Suna hai jhootha aadmi Apni nazrein jhuka kar jhooth bolta hai Woh humse baat karte huye Kabhi nazrein nahi milaya karti thi
मेरी ज़िंदगी से जाना था तो चले जाते बेशक लेकिन झूठ बोलकर हमें धोखा क्यों देते रहे
Meri zindagi se jana tha toh chale jate beshak Lekin jhooth bolkar hume dhokha kyun dete rahe
झूठ पर सुविचार
अक्सर हम लोग उनसे सच्च की उम्मीद करते हैं जिन्होंने झूठ पर पूरी ज़िंदगी चलाई होती है
Aksar hum logg unse sachh ki umeed karte hai Jinhone jhooth par poori zindagi chalayi hoti hai
हम झूठ पर रिश्ते बना तो सकते हैं पर उन रिश्तों को कभी चला नहीं सकते
Hum jhooth par rishte bana toh sakte hai Par un rishton ko kabhi chala nahi sakte
कभी कुछ छुपाने के लिए झूठ ना बोलो वरना आप झूठ के जाल में उलझ जाओगे
Kabhi kuch chhupane ke liye jhooth naa bolo Varna aap jhooth ke jaal mein ulajh jaoge
झूठ बोलकर पाई हुई खुशियाँ आपको गम की गहराई में लेकर जा सकती है जहाँ से आप वापिस नही आ पाओगे
Jhooth bolkar payi huyi khushiyan Aapko gam ki gehrai mein lekar jaa sakti hai Jaha se aap wapas nahi aa paoge
यदि आप हर बात पर झूठ बोलते हैं तो आपका सच्च भी लोगों को झूठ लगने लगता है
Yadi aap har baat par jhooth bolte hai toh Aapka sach bhi logon ko jhooth lagne lagta hai
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